Dry Fruits price: अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से व्यापार पर पड़ा असर, बढ़ने लगे ड्राई फ्रूट्स के दाम, करोड़ों रुपए भी फंसे
बिजनेस डेस्कः पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने अमृतसर स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया है। इस फैसले का सीधा असर भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाले व्यापार पर पड़ रहा है। सबसे ज्यादा प्रभावित ड्राई फ्रूट्स का कारोबार हुआ है, जहां पिछले चार दिनों से अफगानिस्तान से आने वाली सप्लाई पूरी तरह से रुक गई है।
कारोबारियों के मुताबिक, ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति ठप होने के चलते बाजार में 10 से 15 फीसदी तक दाम बढ़ गए हैं। अगर स्थिति जल्द नहीं सुधरी, तो आने वाले एक महीने में ड्राई फ्रूट्स की कीमतें आसमान छू सकती हैं।
खारी बावली बाजार में हलचल
दिल्ली के खारी बावली सहित देश की प्रमुख मंडियों में ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति अफगानिस्तान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ईरान और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से होती है। एक स्थानीय कारोबारी ने बताया कि अफगानिस्तान से सप्लाई पूरी तरह रुकने से मंडियों में हलचल मच गई है।
इंटरनेशनल फ्रूट्स एंड नट्स ऑर्गनाइजेशन के डायरेक्टर रविंद्र मेहता ने बताया कि अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से अफगानिस्तान से आने वाला करीब 90% माल रुक गया है, जिसमें अंजीर, हींग, पिस्ता, किशमिश, जीरा और मुनक्का जैसे प्रमुख उत्पाद शामिल हैं।
कीमतों में भारी उछाल
बीते कुछ दिनों में थोक बाजारों में अंजीर के दाम 200 रुपए प्रति किलो, पिस्ता के दाम 400-500 रुपए प्रति किलो, किशमिश और मुनक्का के दाम 100 रुपए प्रति किलो तक बढ़ चुके हैं। अनुमान है कि हालात बने रहे तो इनकी कीमतों में और तेजी आ सकती है।
काजू, अखरोट और मिठाईयों पर भी असर
चूंकि फिलहाल सप्लाई अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, टर्की और ईरान से आ रही है, ऐसे में मांग बढ़ने से काजू, बादाम और अखरोट जैसे अन्य ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में भी उछाल आने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही, मिठाइयों में उपयोग होने वाले पिस्ते की कमी से मिठाइयों के दाम पर भी सीधा असर पड़ सकता है।
कारोबारियों के करोड़ों रुपए फंसे
हर साल भारत में अफगानिस्तान से करीब सवा लाख टन ड्राई फ्रूट्स की सप्लाई होती है, जिसके लिए कारोबारी एडवांस में भुगतान करते हैं। एक कारोबारी ने बताया कि अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट्स की सप्लाई ठप होने से करोड़ों रुपए फंस गए हैं और व्यापारी फिलहाल सिर्फ हालात सुधरने का इंतजार कर रहे हैं।
