भारत के मीडिया और मनोरंजन उद्योग के उभरते परिदृश्य पर दुनिया की निगाह है। आज के दौर में भारत कंटेंट से लेकर कॉन्सेप्ट के जरिए ‘ग्लोबल क्रिएटिव मार्केट’ का सबसे बड़ा प्लेयर बनकर उभरा है। आगामी ‘वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट’ (वेव्स) 2025 भारत के रचनात्मक पुनर्जागरण की दिशा में बड़ा कदम है। 1 मई से 4 मई, 2025 तक मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में होने वाला यह वैश्विक शिखर सम्मेलन सिर्फ एक ‘इवेंट’ मात्र नहीं है बल्कि यह वैश्विक मंच पर भारत के रचनात्मक उदय की एक साहसिक घोषणा है।
रचनात्मक महाशक्ति के रूप में उभरता भारत
वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) 2025 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में एक ऐसा विजन है जो धरातल पर बड़े परिवर्तन लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। गौरतलब है कि पीएम मोदी भारत के विकास के लिए रचनात्मकता, संस्कृति और डिजिटल नवाचार की शक्ति पर लगातार जोर देते रहे हैं, वेव्स 2025 उस विजन को जीवंत करता है। वेव्स ऐसा वैश्विक मंच है जो न केवल हमारी कलात्मक विरासत का जश्न मनाता है बल्कि एक रचनात्मक महाशक्ति के रूप में हमारे भविष्य का ऐलान भी करता है।
क्षमताओं के पूरे स्पेक्ट्रम के प्रदर्शन का समय
वेव्स एक ऐसा मंच बन गया है जिसके जरिए साबित होगा कि आज के दौर में रचनात्मकता का दायरा सिर्फ मनोरंजन के रूप में सीमित नहीं किया जा सकता बल्कि ये अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के लिए भी बड़ी रणनीतिक पहल है। प्रधानमंत्री मोदी का भारत को ‘कंटेंट क्रिएशन सुपर पॉवर’ बनाने का विचार वाकई साहसिक और प्रेरणादायक है और WAVES इसका ‘लॉन्चपैड’ बनने जा रहा है। ट्रेडिशनल आर्ट्स से लेकर VFX, गेमिंग और स्टोरी टेलिंग में AI जैसी अत्याधुनिक तकनीकों तक के जरिए इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य भारतीय प्रतिभा को वैश्विक मानचित्र पर लाना है। WAVES जैसे इनिशएटिव इसकी गवाही हैं कि अब समय आ गया है लोकल ट्रेडिशनल आर्ट्स से लेकर वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी डिजिटल सामग्री तक हम अपनी क्षमताओं के पूरे स्पेक्ट्रम का प्रदर्शन करें।
ग्लोबल फैशन ट्रेंड्स तक होगी पहुंच
इस शिखर सम्मेलन के तहत कई बेहतरीन पहल की जा रही हैं। इन्हीं में से एक है ‘क्रिएट इन इंडिया चैलेंज’। इस चैलेंज के जरिए संगीत, फैशन, गेमिंग और डिजिटल कंटेंट के क्षेत्र से 31 प्रतिभाओं को खोज कर भारत के छुपे हुए ‘रत्नों’ को नया मंच दिया जाएगा। इसके अलावा शास्त्रीय संगीतकारों के लिए ‘वाह उस्ताद’ और ‘मेक द वर्ल्ड वियर खादी’ भी शानदार पहल हैं, जो भारतीय ट्रेडिशन को ग्लोबल फैशन ट्रेंड्स के साथ जोड़ने का बड़ा काम करेगा।
विश्व की मांग है डिजिटल मार्केटप्लेस
क्रिएटर्स को वैश्विक खरीदारों और निवेशकों से जोड़ने के लिए डिजिटल मार्केटप्लेस ‘वेव्स बाजार’ एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसकी हमें लंबे समय से जरूरत थी। यह डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत मुहिम को मजबूती प्रदान करता है। साथ ही ‘ओटीटी वेव्स प्लेटफॉर्म’ स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं और कहानीकारों के लिए गेम-चेंजर हो सकता है। इन सबके अलावा भारतीय रचनात्मक औद्योगिक संस्थान (IICT) एक बड़ा कदम है। 400 करोड़ के बजट से मुंबई में बनने वाला यह संस्थान अपने आप में ऐसा पहला संस्थान होगा जो M&E रिसर्च और टैलेंट डेवलपमेंट के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर सकता है। आज के दौर में जब हम कंटेंट क्रिएशन के क्षेत्र में विश्व लीडरशिप की तरफ बढ़ रहे हैं तो इस तरह का बुनियादी ढांचा बेहद आवश्यक है।
ग्लोबल एंटरटेनमेंट की चर्चा में किनारे नहीं भारत
वेव्स 2025 में भारत 130 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की मेजबानी करने जा रहा है, जो अपने आप में अद्वितीय है। इतने बड़े आयोजन का यही संदेश है कि भारत अब ग्लोबल एंटरटेनमेंट चर्चा में किनारे नहीं किया जा सकता, बल्कि भारत अब इस क्षेत्र में नेतृत्व कर रहा है। निश्चित ही पीएम मोदी का यह विजन भारत के बारे में दुनिया का नजरिया बदल रहा है। भारत न केवल प्राचीन संस्कृति की भूमि के रूप में, बल्कि भविष्य को आगे बढ़ाने वाले रचनात्मक पॉवर हाउस के रूप में भी आज उभर कर सामने आ रहा है। लंबे समय से प्रतीक्षित यह बदलाव रोमांचक और सशक्त है।
भारत की रोमांचक ‘कहानी’ की गवाह बनेगी दुनिया
कुल मिलाकर वेव्स 2025 को केवल फिल्मों, संगीत या डिजिटल कंटेंट के चश्मे से नहीं देखा जा सकता बल्कि यह भारत द्वारा अपनी शर्तों पर दुनिया को अपनी आज की रोमांचक ‘कहानी’ बताने का एक शानदार तरीका है। यदि आप भी एक निर्माता, निवेशक, औद्योगिकविद या भारत के रचनात्मक भविष्य के बारे में भाव रखने वाले व्यक्ति हैं, तो यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे आप मिस नहीं करना चाहेंगे। उम्मीदों की इन ‘लहरों’ पर भविष्य के तमाम चमकते सितारों का उदय देखना वाकई बेहद सुखद अनुभव है।
