जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। आज शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एम.वी. सुचिंद्र कुमार, सेना के उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और श्रीनगर स्थित 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव शामिल रहे।
इस अहम बैठक में मौजूदा सुरक्षा हालात, अल्पकालिक और दीर्घकालिक रणनीतियां, और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय पर चर्चा हुई। जनरल द्विवेदी ने विक्टर फोर्स और 15 कोर मुख्यालय का भी दौरा किया, जहां उन्हें जमीनी स्थिति की विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा, उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक से भी मुलाकात कर कानून-व्यवस्था की जानकारी ली।
यह दौरा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद हुआ है, जिसमें निहत्थे पर्यटकों पर गोलीबारी की गई थी और 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। हमले के तुरंत बाद सेना ने पूरे इलाके में आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हेलिकॉप्टरों से निगरानी की जा रही है और कई संदिग्ध स्थानों की घेराबंदी कर दी गई है।
सेना प्रमुख और उपराज्यपाल की मुलाकात के दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सख्त संदेश दिया कि हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि चाहे अपराधी कहीं भी हों और किसी से भी जुड़े हों, उन्हें पकड़ा जाएगा और उन्हें अपने कृत्य की भारी कीमत चुकानी होगी। साथ ही उन्होंने जनरल द्विवेदी से आतंकवाद के पूरे ढांचे और उसके पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई करने को कहा। इस बीच शुक्रवार सुबह पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) पर कुछ स्थानों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई, जिसका भारतीय सेना ने प्रभावी जवाब दिया।
